क्या आपने कभी सोचा था कि विश्व की 7 अरब में से आधी से अधिक आबादी घरों में कैद रहने को मजबूर हो जाएगी ?
क्या कभी सोचा कि 24 में एक पलक भी चैन नही लेने वाले शहर यूं शांत हो जाएगा जैसे यहां कोई बस्ता ही न हो !
आखिर ऐसा क्या हो गया और वह भी इसी साल 2020 में मेरी तरह आपको भी यह सवाल जरूर चुभता होगा ?
मैंने lockdown के इन हालातों में गहरा विश्लेषण करके पाया कि हो न हो गहरे राज है इस प्रकृति की लीला में ।
इसलिए मैंने youtube , google हर जगह जहां सम्भव कोशिश की इस सवाल का जवाब ढूंढने की कोशश की और मेरी यह खोज कामयाब भी रही ।
मैंने अपनी इस खोज में पहले आये कई महापुरुषों की भविष्यवाणी को भी टटोला और हैरान भी हुआ यह जानकर की इस साल में होने वाली समस्त घटनाओं को बहुत से महापुरुषों ने सेंकडो साल पहले ही देख लिया था ।
मैंने मानव के आज के जीवन के बारे में भी खोज की तो पता चला 50% से अधिक जनसंख्या स्वतः मनमुखि क्रियाकलापों में व्यस्त है अपने दैनिक जीवन में।
कोई भी विधान नही मान कर ऐसे लोग हर रोज ऐसा कार्य करने में व्यस्त है जो अपने क्रियाकलापों से प्रकृति को रूष्ट करने में लगे है ।
आज के वर्तमान शासकों पर भी मैने गहरा अध्ययन किया तो पाया सभी शासक अपने अपने राज्य विस्तार अपनी अपनी महत्वकांक्षाओ को पूरा करने में लगे है।
इस वर्ष बहुत सी ऐसी अजीब घटनाएं घटित हो रही है जो आज से पहले ज्ञात इतिहास में कभी नही घटित हुई जैसे जंगलों में आग से लाखों जानवर मरना , कोरोना से अरबो लोग कैद और लाखों की मृत्यु।
आज ही यानी 7 मई को भारत मे तीन जगह एक जैसी ही घटनाएं घटित होना गैसीय लेकीज से जन हानि कुछ संकेत कर रही है ।
ऊपर लिखी घटनाएं आपको डराने के लिए नही बल्कि सावधान करने के लिए लिखी गई है।
इस समय के लिए सूरदास जी द्वारा की गई prediction यानी भविष्यवाणी के साथ आपको छोड़ जा रहा हूँ उम्मीद है आप सत्य को जानेंगे
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